
चिरौंजी: पुरुषों के लिए सेहत का खजाना
चिरौंजी एक पौष्टिक नट है जो बुकाननिया (Buchanania lanzan) नामक पौधे से मिलती है। इसका वैज्ञानिक नाम एनाकार्डिएसी परिवार है। चिरौंजी को चारोली के नाम से भी जाना जाता है। यह एक सूखा फल है और इसका इस्तेमाल अनेक मीठे व्यंजनों में किया जाता है। साथ ही, यह स्किन के लिए भी लाभदायक माना जाता है।
चिरौंजी का उत्पादन मूलत: भारत में किया जाता है, लेकिन यह थाईलैंड, वियतनाम, बर्मा और यूनान में भी काफी लोकप्रिय है। पुरुष सप्ताह भर इसका सेवन कर सकते हैं और अद्भुत शक्ति का अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।
चिरौंजी के अद्भुत स्वास्थ्य लाभ
ड्राई फ्रूट्स का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है, और इन में से एक प्रमुख फल है चिरौंजी। चिरौंजी का सेवन करने से कई तरह के स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। इसे चारोली के नाम से भी जाना जाता है और एक ड्राई फ्रूट है जिसका इस्तेमाल हम मीठे व्यंजनों में करते हैं। चिरौंजी के छोटे-छोटे दानों में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमारे लिए बेहद फायदेमंद हैं। यह अन्य ड्राई फ्रूट्स की तुलना में थोड़ा महंगा होता है, लेकिन पोषण के मामले में यह बहुत अच्छा माना जाता है।
चिरौंजी एक प्रोटीन का अच्छा स्रोत है और इसमें विटामिन सी और विटामिन बी भी पाए जाते हैं। इसका तेल कई अमीनो एसिड और स्टीएरिक एसिड से भरपूर होता है। चिरौंजी कब्ज की समस्या में मदद कर सकता है क्योंकि इसकी ठंडी तासीर होती है जो पाचन तंत्र को ठंडक प्रदान करती है। यह हमारे प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाने में मदद कर सकता है।
चिरौंजी सर्दी-जुकाम में भी लाभकारी माना जाता है। इसे दूध में पका कर सेवन करने से सर्दी-जुकाम की समस्या से राहत मिल सकती है। इसके अलावा, चिरौंजी पाचन तंत्र में जमा गंदगी को भी साफ करने में मदद करता है और आंतों की मरम्मत का काम करता है।
इन समस्याओं से मिलेगा छुटकारा
अगर आप को कब्ज और दस्त का सामना करना पड़ रहा है, तो चिरौंजी के तेल से बनी खिचड़ी, दलिया या ओट्स का सेवन कर के इन समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं। चिरौंजी का नियमित उपयोग करके इसका पाउडर बनाकर दूध में मिलाकर पीने से भी लाभ मिल सकता है।
चिरौंजी की मदद से स्किन समस्याओं से भी निजात पाई जा सकती है। जब त्वचा गर्मी या धूप के सम्पर्क में होती है, तो इसके कारण होने वाली हाइपर पिगमेंटेशन की समस्या को दूर किया जा सकता है। इसे जैतून या बादाम के तेल के साथ मिला कर लगाने से भी स्किन समस्याओं का निवारण हो सकता है। यह चेहरे की टैनिंग और पिगमेंटेशन को कम करके ग्लोइंग स्किन प्रदान करता है।
चिरौंजी गैस्ट्रिक अल्सर को रोकने में सहायक है, क्योंकि यह गैस्ट्रिक स्राव को कम करता है। इसमें पाए जाने वाले एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी इस में मददगार होते हैं। मधुमेह रोगियों के लिए भी यह बेहद लाभकारी है, क्योंकि यह रक्त शर्करा के स्तर को कम करता है।
चिरौंजी का नियमित सेवन शारीरिक कमजोरी को भी दूर करता है। इसके लिए 10-12 ग्राम चिरौंजी को पीस कर दूध में मिलाकर पीने से आपको इसका लाभ महसूस होगा।
चिरौंजी में पाए जाने वाले पोषक तत्व शरीर में एनर्जी का स्रोत बनते हैं, इसलिए एनर्जी बढ़ाने के लिए इसका सेवन करना बहुत ही उपयोगी माना जाता है।
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