इमली बीज पाउडर (इमली के बीज का पाउडर) क्या है:

इमली के बीज का पाउडर प्राकृतिक प्रोटीन का स्रोत है और हालिया अध्ययनों में इसके एंटीवायरल गुणों की पुष्टि हुई है। ये बीज भारत के पश्चिमी घाट में पाये जाते हैं, जहां इन्हें भोजन और मसाले के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। बीजों में पोटेशियम की मात्रा काफी अधिक होती है, जो उच्च रक्तचाप और अनियमित दिल की धड़कन के लिए फायदेमंद है। इसके अलावा, यह पाचन समस्याओं के लिए भी उपयोगी है क्योंकि यह पेट की परत को चिकनी बनाता है।

एल्सेवियर जर्नल, वायरोलॉजी में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, इमली के बीजों में मौजूद प्रोटीन में एंटीवायरल गुण होते हैं, और इनका उपयोग चिकनगुनिया के इलाज के लिए दवा विकसित करने में हो सकता है। शोधकर्ताओं ने अपने प्रयोग चूहों पर किए और पाया कि इमली के बीजों से प्राप्त प्रोटीन ने वायरस संक्रमण को काफी हद तक कम किया। इसके अलावा, यह प्रोटीन इन्फ्लूएंजा, डेंगू बुखार और हेपेटाइटिस सी जैसे अन्य वायरल संक्रमणों के इलाज में भी कारगर हो सकता है। इसका तात्पर्य है कि इमली के बीज कई बीमारियों के इलाज के लिए प्रभावी हो सकते हैं।

इमली एक फल है जिसका उपयोग भारतीय व्यंजनों में खट्टापन लाने के लिए किया जाता है। इसके बीज चमकीले काले होते हैं और कई औषधीय उपयोगों के लिए जाने जाते हैं। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, इमली के बीजों को पीसकर उनका पाउडर बनाया जाता था।

उपयोग:

इमली बीज पाउडर के कई उपयोग हैं। इसे पेट की बीमारियों, कब्ज, यकृत और पित्ताशय की समस्याओं, सर्दी और बुखार के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। गर्भावस्था से संबंधित मतली का इलाज भी इसके द्वारा किया जा सकता है। बच्चों में आंतों के कीड़ों के इलाज के लिए इसका उपयोग होता है।

अन्य नाम:

इमली के अन्य नाम टेंटुल, मांगे, पुली, चिंता, चिंच, बीज इमली छोटा

शारीरिक कमजोरी को दूर करने का रामबाण उपाय है इमली के बीज

स्मोकिंग, ड्रिंकिंग, तंबाकू का सेवन और अनियमित जीवनशैली के कारण पुरुषों की शारीरिक क्षमता में कमी आ रही है। इससे बचने के लिए महंगी दवाइयों के बजाए आप इमली के बीज का घरेलू उपाय आजमाकर देख सकते हैं। यह न केवल शरीर को हील करता है बल्कि सौंदर्य बढ़ाने में भी मदद करता है।

इमली में विटामिन सी, ई और बी भरपूर मात्रा में होते हैं। इसके बीज भी पोषक तत्वों से युक्त होते हैं, जिससे इसके पाउडर का सेवन शारीरिक क्षमता बढ़ाने में मददगार होता है। इसके प्रयोग के लिए इमली को तीन दिनों तक पानी में भिगो दें। इसका गूदा निकालकर बीजों को समान मात्रा में गुड़ के साथ मिलाकर मिक्स करें। इसके बाद इसकी गोलियां बना लें और सुबह-शाम दूध के साथ दो गोलियां खाएं।

जिन लोगों को पेशाब में जलन की शिकायत होती है, उनके लिए भी इमली के बीज लाभकारी होते हैं। इसके लिए इमली के बीज को बराबर मात्रा में मिश्री के साथ पीसकर पाउडर बना लें। रोजाना खाली पेट गुनगुने पानी के साथ एक चम्मच इस पाउडर का सेवन करने से इस परेशानी से निजात मिलेगी।

जो पुरुष पिता बनने में असमर्थ हैं, उनके लिए भी इमली का पाउडर लाभकारी है। इन लोगों को रोजाना 3 ग्राम इमली के बीज के पाउडर को समान मात्रा में मिश्री के साथ मिलाकर खाना चाहिए। ऐसा लगभग एक महीने तक करने से समस्या का समाधान हो सकता है।

जिन्हें कब्ज, गैस, पेट में जलन और पेट फूलने की समस्या होती है, उन्हें भी इमली का प्रयोग करना चाहिए। इस समस्या से बचने के लिए एक चम्मच इमली के बीज के पाउडर में आधा चम्मच हरड़ या सनाय का पाउडर मिलाकर खाने से पेट ठीक रहेगा।

आग से जलने पर भी इमली का उपाय फायदेमंद होता है। इसके लिए इमली की छाल को पीसकर देशी घी में मिलाकर प्रभावित स्थान पर लगाने से आराम मिलता है।

सौंदर्य को निखारने में भी इमली उपयोगी साबित होती है। इसमें मौजूद कैल्शियम, पोटेशियम, मैंगनीज, आयरन, फॉस्फोरस और फाइबर त्वचा को टाइट रखने में मदद करते हैं। इसलिए इमली के गूदे का फेस पैक चेहरे पर लगाने से झुर्रियां खत्म होती हैं। यह त्वचा की रंगत भी निखारता है। इसके लिए इमली को हल्के गर्म पानी में भिगोकर इसका पल्प निकालें और दूध के साथ मिलाकर पेस्ट बनाएं। इस पेस्ट को चेहरे पर 10 मिनट तक लगाकर रहने दें और फिर साधारण पानी से धो लें। यह प्रक्रिया सप्ताह में दो बार दोहराने से असर दिखने लगेगा।

चेहरे के दाग-धब्बों और ब्लैकहेड्स को दूर करने में भी इमली फायदेमंद साबित होती है। इसके लिए इमली को उबालकर उसके पानी को ठंडा करें और इस पानी से दिन में दो बार चेहरा धोएं। इससे स्किन के बैक्टीरिया खत्म हो जाएंगे और दाने नहीं निकलेंगे।

इमली के बीजों का सेवन भी स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। यह विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं, जो शरीर की कई समस्याओं को दूर करते हैं। इमली के बीज के लाभों के बारे में जानिए:

  1. इमली के बीजों का सेवन करने से इम्यून पावर बूस्ट हो सकता है, जिससे आप कई बीमारियों से बच सकते हैं।

  2. इमली के बीजों का सेवन करने से अर्थराइटिस और यूरिक एसिड को कंट्रोल किया जा सकता है।

  3. आंखों की सेहत के लिए इमली के बीजों का उपयोग किया जा सकता है।

  4. डायबिटीज से संबंधित समस्याओं को नियंत्रित करने के लिए इमली के बीजों का सेवन करें।

  5. कब्ज और पाचन से जुड़ी समस्याओं को राहत दिलाने में इमली के बीज फायदेमंद होते हैं।

  6. इमली के बीजों में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो बैक्टीरियल समस्याओं को दूर करने में प्रभावी होते हैं।